ग्रामीणों को अपने घर में पारम्परिक ढंग से और आधुनिक ढंग से सम्बन्धित रूप से अपने-अपने घरों में गौपालन और गौ उत्पादकों से लाभ प्राप्त करने का प्रशिक्षण देने के लिये महर्षि गौशाला की स्थापना की गई है। वर्तमान में सौ गौओं से गौशाला प्रारम्भ की गई है। दूध्, दही, घी, मठा, पनीर के उत्पादन के अतिरिक्त गोबर व गौमूत्रा के अनेक उपयोगी उत्पादों पर भी शोध चल रही है। सफलता पूर्वक संचालन के पश्चात् भारतभर में महर्षि गौशालाओं की स्थापना की जायेगी।